जान ऐ जां
हमारे फैज़ फ़िराक़
फ़राज़ ओ ग़ालिब
मीर ओ इंशा ओ जॉन
नून मीम , परवीन
गुलज़ार ओ पियूष ओ मजरूह
बख्शी नीरज
और अमृता साहिर के साथ
मजाज़, नेरुदा ....
सब बंदी हुए तुम्हारे
सारी सतरें
सब सुख़न
सब लम्हे
और
हम!
ہمارے فیض فراق
فراز و غالب
میر و انشا و جون
نون میم , پروین
گلزار و پیووش و مجروح
بخشی نیرج
اور امرتا ساحر کے ساتھ
مجاز , نرودا ....
سب بندی ہوئے تمھارے
ساری سطریں
سب سخن
سب لمحے
اور
ہم
हमारे फैज़ फ़िराक़
फ़राज़ ओ ग़ालिब
मीर ओ इंशा ओ जॉन
नून मीम , परवीन
गुलज़ार ओ पियूष ओ मजरूह
बख्शी नीरज
और अमृता साहिर के साथ
मजाज़, नेरुदा ....
सब बंदी हुए तुम्हारे
सारी सतरें
सब सुख़न
सब लम्हे
और
हम!
Jaan e Jaa'n
Hamare Faiz Firaq
Faraz o Ghalib
Mir o Insha o Jaun
Noon Meem, Parveen
Gulzar o Piyush o Majrooh
Bakhshi Neeraj
Aur Amrita Sahir ke saath
Majaz, Neruda ....
Sab bandi hue tumhaare
Saari satre'n
Sab sukhan
Sab lamhe
Aur
Hum!
جان اے جاہمارے فیض فراق
فراز و غالب
میر و انشا و جون
نون میم , پروین
گلزار و پیووش و مجروح
بخشی نیرج
اور امرتا ساحر کے ساتھ
مجاز , نرودا ....
سب بندی ہوئے تمھارے
ساری سطریں
سب سخن
سب لمحے
اور
ہم